चंदेरी। संगीत सम्राट बैजू बावरा की याद में तीन दिवसीय बैजू बावरा समारोह राजा रानी महल में आयोजित किया जाएगा। 21 से 23 जनवरी तक शाम 7:30 बजे होने वाला समारोह को लेकर राजा रानी महल पर तैयारियां चल रही हैं। मप्र शासन संस्कृति विभाग की ओर से यह आयोजित किया जा रहा है। इसमें देश के ख्याति प्राप्त कलाकार भाग लेंगे।
21 जनवरी से होने जा रहे इस समारोह को देखने के लिए न सिर्फ जिले बल्कि आसपास के जिलों से भी संगीत प्रेमी पहुंचते हैं। इसे लेकर प्रशासन की ओर से तैयारियां बेहतर की जाती है। पिछले आयोजनों में जिस हिसाब से पब्लिक पहुंची थी, उसे देखते हुए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है।
16वीं शताब्दी के महान गायक संगीतज्ञ तानसेन के गुरुभाई पं.बैजनाथ का जन्म चंदेरी में 1542 में शरद पूर्णिमा की रात एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। चंदेरी में बैजू बावरा की समाधि बनी है जहां संगीत प्रेमी पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।
हर दिन अलग-अलग कलाकार देंगे प्रस्तुति
- उस्ताद अलाउद्दीन खान संगीत एवं कला अकादमी मप्र संस्कृति परिषद भोपाल की ओर से मिली जानकारी अनुसार 21 जनवरी से समारोह शुरू होगा। पहले दिन ध्रुपद केन्द्र ग्वालियर समूह गायन निर्देशन अभिजीत सुखदाणे, सहयोगी जगत नारायण शर्मा पखावज अंजनानाथ, कोलकाता गायन सहयोगी बिवास शंघई तबला, मजीद खान हारमोनियम, पं.विजय घाटे पुणे मेलांडिक रिदम, सहयोगी शीतल कोलवलकर कत्थक, सुरंजन खांडालकर गायन व हारमोनियम पर अपनी प्रस्तुति देंगे।
- 22 जनवरी को पं.उमाकांत गुंदेचा, आनंद रमाकांत गुंदेचा भोपाल ध्रुपद गायन सहयोगी रमेश चंद्र जोशी पखावज पं.भजन सोपोरी नई दिल्ली, संतूर सहयोगी सरित दास तबला, ऋषि शंकर उपाध्याय पखावज, वरूण राजशेखरन घटम नीलांगी कलंत्रे जबलपुर कत्थक की प्रस्तुति देंगे। 23 जनवरी को मैहर बाध वृंद, मेहर वृंद वादन श्वेता जोशी, धार गायन सहयोगी शाहनवाज खां, तबला माजिद लतीफ खां, हारमोनियम देवेंद्र मंगला मुखी जयपुर कथक की प्रस्तुति देंगे।